मप्र / खरगोन में ब्लास्ट में गंभीर घायल युवक ने इंदौर में इलाज के दौरान दम तोड़ा



बलवाड़ा फॉरेस्ट ऑफिस के पीछे स्थित खेत में सोमवार सुबह 9.30 बजे हुए विस्फोट में गंभीर घायल हुए युवक की इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके पहले 12 वर्षीय बालक मोहित पिता सुरेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। विस्फोट इतना तेज था कि बालक के 50 फीट दूर तक चिथड़े उड़ गए थे। विस्फोट के बाद बालक के शव को पहचान पाना मुश्किल हो गया था। जहां की घटना है उससे लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का रेंज भी है।





इंदौर निवासी लोकेश मराठा का खेत बालक के पिता ने गेहूं की फसल बोने के लिए किराए पर लिया था। सुरेश खेत में पानी देने के लिए गया था। पास में ही उनका बालक खेल रहा था। सुरेश घटनास्थल से 150 फीट दूर था। उसके पास गुड्डा पिता मोहन निवासी झील पास में काम कर रहा था। तभी अचानक विस्फोट हुआ। चपेट में आने से गुड्डा भी गंभीर रूप से घायल हो गया। डीआईजी एमएस वर्मा, एसपी सुनील पांडेय, बलवाड़ा टीआई पीसी कलोया व एसडीओपी श्रीवास्तव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। गंभीर रूप से घायल युवक को बलवाड़ा के सरकारी अस्पताल में लाए। डॉ. अनिल कुमावत ने प्राथमिक इलाज बाद 108 से इंदौर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर विस्फोट में मृत बालक के शव का बड़वाह में पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंप दिया गया।


दूर-दूर तक बिखरे थे शरीर के टुकड़े - प्रत्यक्षदर्शी
प्रत्यक्षदर्शी मजदूर महेश पिता छगन सिंचाई कर रहा था। उन्होंने बताया कि बालक खेल रहा था तभी विस्फोट हुआ। तब पानी पीने के लिए कुछ दूर गया था। तेज आवाज से मेरे दोनों कान सुन्न हो गए। पलटकर देखा तो बालक की मौत हो गई थी। पास काम कर रहा गुड्डा भी गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक के 50 फीट के एरिया में उसके शरीर के टुकड़े दूर-दूर तक पड़े थे।

एफएसएल टीम ने जुटाए मैटल के कण
दोपहर 3 बजे खरगोन की एफएसएल टीम के डॉ. सुनील मकवाने ने खेत में सर्चिग कर साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल के पास सागौन के पेड़ में से विस्फोटक के बाद मैटल के कणों को निकालकर जांच में लिया। एक सेंटीमीटर के धातु के कण जब्त किए गए हैं। इनकी जांच की जाएगी। खेत में बिखरे बाल व अवशेष जांच के लिए जुटाए गए हैं।


चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था मोहित
सुरेश के चार बच्चों में दो लड़कियां व दो लड़के है। राहुल (17), नीतू (15), उषा (13) व सबसे छोटा मृतक मोहित (12)। वह मजदूरी करके परिवार चलाता है। हाल में उसने इंदौर निवासी एक सुरेश मराठा का खेत गेहूं बोने के लिए किराए पर लिया है।